क्या आप डायबिटीज के मरीज है तो ये जानकारी आपके लिए है।
आज की दुनिया में डायबिटीज के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। कुछ लोगो को पता भी नहीं होता की उनको डायबिटीज है। वर्तमान समय में डायबिटीज टाइप - 2 के मरीजों की संख्या लगातार बाद रही है जिसका कारण हमारा आधुनिक लाइफस्टाइल है। आइए जाने आप कैसे बचे इस रोग से। यदि आप को ये रोग है तो इन तरीको से अपने आप को फिट रख सकते है।
नियमित व्यायाम ----- नियमित व्यायाम से आपके शरीर की ऊर्जा का स्तर सही बना रहता है तथा इससे हमारे शरीर गुलूकोज़ और मेटाबॉलिजम भी नियंत्रित रहता है । नियमित व्यायाम हमारे शरीर में इन्सुलिन बनने की प्रक्रिया में मदद तो करता है साथ ही ये हमारे मन और शरीर को स्वस्थ रखने में मदद करता है। हमारे शरीर पर सकारात्मक प्रभाव डालता है।
सेहतमंद खान -पान ------ यदि हम ऐसा खाना खाने की आदत डाले जो हमारे शरीर की जरुतत के हिसाब से हो। खाने में प्रोटीन , कैल्शियम , कार्बोहाइड्रेट्स विटामिन्स वसा , फाइबर आदि प्रचुर मात्रा में हो। यदि हम को बाहर का खाना जैसे पिज़्ज़ा , बर्गर आदि पसंद है तो हमें इस प्रकार के खाने को नियमित रूप से नहीं लेना चाहिए इसके लिए सप्ताह का एक दिन आप थोड़ी मात्रा में ले सकते है। हमें अपने वजन और कद के हिसाब से भोजन करना चाहिए। यदि उच्च रक्त चाप रहता है तो भोजन में नमक के मात्रा कम तो लेनी चाहिए साथ में आचार , जैम , चटनी आदि को बहुत कम मात्रा में या नहीं लेना चाहिए।
गैजेट्स से कुछ समय दूरी बना के रखे ------ आज के जीवन में कंप्यूटर , मोबाइल और लैपटॉप के बिना काम नहीं चलता है इस कारण हम घंटो बैठे बैठे काम करते रहते है और कहते रहते है जिसके कारण हमारा शरीर सक्रिय नहीं रहता है और इसका नतीजा मोटापा , कमरदर्द , सर्विकल डॉयबिटीज आदि बीमारियाँ। हमें एक नियम बनाना चाहिए की हम दिन में कम से कम २ घंटे इन गैजेट्स से दूर रहेंगे और सैर , पौधों में पानी देना आदि कार्य कर के अपने दिमाग और शरीर को ऊर्जा से भर देंगे।
पूरी नींद लेना --- हम घंटो कंप्यूटर और मोबइल के साथ समय बिताते है और देर रात तक काम करते रहते है। हमें अपने आप से ये वादा करना चाहिए कि हम रात को समय पर सोये और सुबह समय पर जागे। समय पर सोना जरुरी इसलिए होता है क्योकि अच्छी नींद से हमारा शरीर डिटॉक्सिफाइड होता है। नींद में शरीर हमारे शरीर के मरमत की नहीं करता बल्कि उसे अगले दिन के लिए रिचार्ज भी करता है। तनाव को कम और नार एड्रेनालिन है।
खूब पानी का सेवन करे ---- पानी का काम केवल प्यास बुझाना ही नहीं होता है बल्कि ये पाचन में सहायता , शरीर के तापमान को नियंत्रित करता है , शरीर में पोषक तत्वों का अवशोषण करता है साथ ही हानिकारक पदार्थो को शरीर से बाहर निकलने में मदद करता है। दिन में 8 गिलास पानी पीने से शरीर से विषैले पदार्थ बाहर निकल जाते है साथ ही शरीर मोटापे जैसे बीमारियों से दूर होता है और शुगर की बीमारी से शरीर बचा रहता है।
ध्यान करना ---- ध्यान करने से हमारे शरीर की इन्सुलिन प्रतिरोध को काम करता है। ये तनाव हार्मोन इन्सुलिन और ग्लूकोस के स्तर को तेज करके शुगर लेवल को संतुलित करता है। इससे तनाव से राहत तो मिलती है मन शांत और ऊर्जा से भर जाता है जो की स्वस्थ जीवन के लिए जरुरी है।
आज की दुनिया में डायबिटीज के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। कुछ लोगो को पता भी नहीं होता की उनको डायबिटीज है। वर्तमान समय में डायबिटीज टाइप - 2 के मरीजों की संख्या लगातार बाद रही है जिसका कारण हमारा आधुनिक लाइफस्टाइल है। आइए जाने आप कैसे बचे इस रोग से। यदि आप को ये रोग है तो इन तरीको से अपने आप को फिट रख सकते है।
नियमित व्यायाम ----- नियमित व्यायाम से आपके शरीर की ऊर्जा का स्तर सही बना रहता है तथा इससे हमारे शरीर गुलूकोज़ और मेटाबॉलिजम भी नियंत्रित रहता है । नियमित व्यायाम हमारे शरीर में इन्सुलिन बनने की प्रक्रिया में मदद तो करता है साथ ही ये हमारे मन और शरीर को स्वस्थ रखने में मदद करता है। हमारे शरीर पर सकारात्मक प्रभाव डालता है।
सेहतमंद खान -पान ------ यदि हम ऐसा खाना खाने की आदत डाले जो हमारे शरीर की जरुतत के हिसाब से हो। खाने में प्रोटीन , कैल्शियम , कार्बोहाइड्रेट्स विटामिन्स वसा , फाइबर आदि प्रचुर मात्रा में हो। यदि हम को बाहर का खाना जैसे पिज़्ज़ा , बर्गर आदि पसंद है तो हमें इस प्रकार के खाने को नियमित रूप से नहीं लेना चाहिए इसके लिए सप्ताह का एक दिन आप थोड़ी मात्रा में ले सकते है। हमें अपने वजन और कद के हिसाब से भोजन करना चाहिए। यदि उच्च रक्त चाप रहता है तो भोजन में नमक के मात्रा कम तो लेनी चाहिए साथ में आचार , जैम , चटनी आदि को बहुत कम मात्रा में या नहीं लेना चाहिए।
गैजेट्स से कुछ समय दूरी बना के रखे ------ आज के जीवन में कंप्यूटर , मोबाइल और लैपटॉप के बिना काम नहीं चलता है इस कारण हम घंटो बैठे बैठे काम करते रहते है और कहते रहते है जिसके कारण हमारा शरीर सक्रिय नहीं रहता है और इसका नतीजा मोटापा , कमरदर्द , सर्विकल डॉयबिटीज आदि बीमारियाँ। हमें एक नियम बनाना चाहिए की हम दिन में कम से कम २ घंटे इन गैजेट्स से दूर रहेंगे और सैर , पौधों में पानी देना आदि कार्य कर के अपने दिमाग और शरीर को ऊर्जा से भर देंगे।
पूरी नींद लेना --- हम घंटो कंप्यूटर और मोबइल के साथ समय बिताते है और देर रात तक काम करते रहते है। हमें अपने आप से ये वादा करना चाहिए कि हम रात को समय पर सोये और सुबह समय पर जागे। समय पर सोना जरुरी इसलिए होता है क्योकि अच्छी नींद से हमारा शरीर डिटॉक्सिफाइड होता है। नींद में शरीर हमारे शरीर के मरमत की नहीं करता बल्कि उसे अगले दिन के लिए रिचार्ज भी करता है। तनाव को कम और नार एड्रेनालिन है।
खूब पानी का सेवन करे ---- पानी का काम केवल प्यास बुझाना ही नहीं होता है बल्कि ये पाचन में सहायता , शरीर के तापमान को नियंत्रित करता है , शरीर में पोषक तत्वों का अवशोषण करता है साथ ही हानिकारक पदार्थो को शरीर से बाहर निकलने में मदद करता है। दिन में 8 गिलास पानी पीने से शरीर से विषैले पदार्थ बाहर निकल जाते है साथ ही शरीर मोटापे जैसे बीमारियों से दूर होता है और शुगर की बीमारी से शरीर बचा रहता है।
ध्यान करना ---- ध्यान करने से हमारे शरीर की इन्सुलिन प्रतिरोध को काम करता है। ये तनाव हार्मोन इन्सुलिन और ग्लूकोस के स्तर को तेज करके शुगर लेवल को संतुलित करता है। इससे तनाव से राहत तो मिलती है मन शांत और ऊर्जा से भर जाता है जो की स्वस्थ जीवन के लिए जरुरी है।
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