बदलता मौसम यानि वायरल इन्फेक्शन रखे इन बातों का ध्यान।
मौसम में बदलाव जब भी होता है तब बहुत सारी बीमारियों का आगमन भी होता है। आजकल सर्दिया जाने को है जिसके काऱण दिन और रात के तापमान में बहुत बड़ा अंतर हो गया है सुबह शाम तो ठन्डे और दिन गर्म। ऐसा मौसम वायरल इन्फेक्शन को भी लेकर आता है। आप जहाँ भी जाओ वह आप को ऐसे लोग जरूर मिल जायेगे जो वायरल इन्फेक्शन से ग्रस्त है। वायरल इन्फेक्शन आमतौर पर ज्यादा खरतरनाक नहीं होता है। ये आमतोर पर 5 से 7 दिन तक ठीक हो जाता है यदि इन्फेक्शन ज्यादा देर तक रहता है तो खून की जाँच अवश्य करनी चाहिए इसके साथ हमें भी कुछ सावधानियाँ बरतनी चाहिए जिससे इस इन्फेक्शन से बचा जा सकता है।
* अक्सर हम जुकाम और खांसी में कपडे का रुमाल इस्तेमाल करते है। कपडे के रुमाल के इस्तेमाल से रुमाल में बीमारी की वायरस तेजी से पनपने लगते है रुमाल धो देने के बाद भी वायरस रुमाल में रह सकते है यदि हम कपडे के जगह टिशू पेपर या स्किन वाइस का इस्तेमाल करते है तो इससे एक बार इस्तेमाल करने के बाद इन्हे फेक सकते है दुबारा साफ़ कीटाणु रहित टिशू इस्तेमाल कर सकते है साथ कपडे के इस्तेमाल से होने वाली परेशानियाँ जैसे कोमल त्वचा का छील जाना जैसे से बचा जा सकता है।
* जब भी मौसम बदलता है तो आसपास के वातावरण में कीटाणु , वायरस आदि तेजी से पनपने लगते है जिसके कारण बीमारियों के फैलने का डर रहता है। इसलिए हमें आपपास के वातावरण की सफाई का विशेष ध्यान रखना चाहिए। आसपास पानी न भरे इस बात का ध्यान रखे। कूड़ा करकट न इक्खट्टा न हो। बचा बासी भोजन न करे। पेड़ पौधों के आपपास मच्छर पनपते है तो कोशिश करनी चाहिए कि ऐसी जगह पर बैठने और खेलने से बचना चाहिए।
* आवशयक टीकाकरण जरूर करना चाहिए।
* वायरल इन्फेक्शन यदि हो जाए तो आराम करना चाहिए तथा खांसते समय या छीकते समय दूसरे व्यक्ति से दुरी बनाकर रखे रुमाल या टिशू पेपर का इस्तेमाल करे।
* बीमार व्यक्ति को ज्यादा तरल पदार्थ पीने को दे जिससे शरीर का तापमान सही बना रहे।
* यदि नाक बंद है या छाती जाम है यानि बलगम की समस्या है तो पानी की भांप ले या डॉक्टर की सलाह पर नेब्युलाइज़र का इस्तेमाल करे।
* गरम चीजों का इस्तेमाल करे। गर्म पानी पीये। ठंडी और खट्टी चीजों से परहेज करे।
* मौसम के गरम होने पर भी गर्म कपडे पहना एकदम न छोड़े।
* डॉक्टर की सलाह के कोई भी दवा न ले।
* गले में दर्द हो तो गर्म चीजों का सेवन करे और पानी में नमक डाल कर ग़रारे करे।
* तुलसी , अदरक , लौंग , इलाइची , काली मिर्च हल्दी , शहद , जैसी औषिधि गुणों वाली चीजों का सेवन करे या इनका काढ़ा बना कर पिए।
* सब्जियों और फलों का प्रयोग ज्यादा मात्रा में करे।
* मौसम बदलने से पहले विटामिन और जिंक के सप्लीमेंट का इस्तेमाल करने से भी हम वायरल इन्फेक्शन से बच सकते है
मौसम में बदलाव जब भी होता है तब बहुत सारी बीमारियों का आगमन भी होता है। आजकल सर्दिया जाने को है जिसके काऱण दिन और रात के तापमान में बहुत बड़ा अंतर हो गया है सुबह शाम तो ठन्डे और दिन गर्म। ऐसा मौसम वायरल इन्फेक्शन को भी लेकर आता है। आप जहाँ भी जाओ वह आप को ऐसे लोग जरूर मिल जायेगे जो वायरल इन्फेक्शन से ग्रस्त है। वायरल इन्फेक्शन आमतौर पर ज्यादा खरतरनाक नहीं होता है। ये आमतोर पर 5 से 7 दिन तक ठीक हो जाता है यदि इन्फेक्शन ज्यादा देर तक रहता है तो खून की जाँच अवश्य करनी चाहिए इसके साथ हमें भी कुछ सावधानियाँ बरतनी चाहिए जिससे इस इन्फेक्शन से बचा जा सकता है।
* अक्सर हम जुकाम और खांसी में कपडे का रुमाल इस्तेमाल करते है। कपडे के रुमाल के इस्तेमाल से रुमाल में बीमारी की वायरस तेजी से पनपने लगते है रुमाल धो देने के बाद भी वायरस रुमाल में रह सकते है यदि हम कपडे के जगह टिशू पेपर या स्किन वाइस का इस्तेमाल करते है तो इससे एक बार इस्तेमाल करने के बाद इन्हे फेक सकते है दुबारा साफ़ कीटाणु रहित टिशू इस्तेमाल कर सकते है साथ कपडे के इस्तेमाल से होने वाली परेशानियाँ जैसे कोमल त्वचा का छील जाना जैसे से बचा जा सकता है।
* जब भी मौसम बदलता है तो आसपास के वातावरण में कीटाणु , वायरस आदि तेजी से पनपने लगते है जिसके कारण बीमारियों के फैलने का डर रहता है। इसलिए हमें आपपास के वातावरण की सफाई का विशेष ध्यान रखना चाहिए। आसपास पानी न भरे इस बात का ध्यान रखे। कूड़ा करकट न इक्खट्टा न हो। बचा बासी भोजन न करे। पेड़ पौधों के आपपास मच्छर पनपते है तो कोशिश करनी चाहिए कि ऐसी जगह पर बैठने और खेलने से बचना चाहिए।
* आवशयक टीकाकरण जरूर करना चाहिए।
* वायरल इन्फेक्शन यदि हो जाए तो आराम करना चाहिए तथा खांसते समय या छीकते समय दूसरे व्यक्ति से दुरी बनाकर रखे रुमाल या टिशू पेपर का इस्तेमाल करे।
* बीमार व्यक्ति को ज्यादा तरल पदार्थ पीने को दे जिससे शरीर का तापमान सही बना रहे।
* यदि नाक बंद है या छाती जाम है यानि बलगम की समस्या है तो पानी की भांप ले या डॉक्टर की सलाह पर नेब्युलाइज़र का इस्तेमाल करे।
* गरम चीजों का इस्तेमाल करे। गर्म पानी पीये। ठंडी और खट्टी चीजों से परहेज करे।
* मौसम के गरम होने पर भी गर्म कपडे पहना एकदम न छोड़े।
* डॉक्टर की सलाह के कोई भी दवा न ले।
* गले में दर्द हो तो गर्म चीजों का सेवन करे और पानी में नमक डाल कर ग़रारे करे।
* तुलसी , अदरक , लौंग , इलाइची , काली मिर्च हल्दी , शहद , जैसी औषिधि गुणों वाली चीजों का सेवन करे या इनका काढ़ा बना कर पिए।
* सब्जियों और फलों का प्रयोग ज्यादा मात्रा में करे।
* मौसम बदलने से पहले विटामिन और जिंक के सप्लीमेंट का इस्तेमाल करने से भी हम वायरल इन्फेक्शन से बच सकते है
No comments:
Post a Comment