चक्कर आना कोई रोग नहीं, रोगों का एक लक्षण मात्र है जानिए कैसे ?
कभी कभी हमें लगता है कि हमारे चारों और सब कुछ गोल गोल घूम रहा है या हम ऐसे झूम रहे होते है जैसे नशे में कोई झूमता है या कभी कभी अचानक हमारी आखों के अँधेरा छा जाता है और कुछ पल की लिए लगता है जैसे हमे सुनना बंद हो गया हो , इस अवस्था को चक्कर आना या वर्टिगो कहते है। इसमें हल्का धुंधला या असंतुलन जैसा लगता है। ऐसा किसी के साथ भी हो सकता है। चक्कर आने की अवस्था में हमारे वो अंग प्रभावित होते है जिन्हे हम सेन्स (आँख और कान ) कहते है। आमतौर पर चक्कर आना कोई बीमारी नहीं है बल्कि ये शरीर में हो रही किसी समस्या का एक लक्षण हो सकता है।
चक्कर आना तीन प्रकार का होता है।
- ऑब्जेक्टिव ------- इसमें व्यक्ति को लगता है की आसपास की चीजे घूम रही है।
- सब्जेक्टिव -------- इसमें व्यक्ति को लगता है की और खुद घूम रहा है।
- स्यूडो वटॉइगो------ इसमें व्यक्ति को अपने सर के अंदर घूमने का अहसास होता है।
क्या लक्षण होते है चक्कर आने के ?
चक्कर आने के कई लक्षण होते है जैसे चक्कर आने के साथ शरीर का असंतुलित होना या अस्थिर होना, ऐसा आभास होना कि हम गिर पड़ेगे। , सर घूमने के साथ उलटी या एहसास होना , सर घूमने के साथ ज्यादा पसीना आना , चककर आने के साथ कानों में साय साय की आवाजे आना या ऐसा लगना कि सुनना बंद हो गया हो।
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हमें चक्कर क्यों आते है ?
चक्कर आना कोई बीमारी नहीं ये शारीरिक समस्या का लक्षण हो सकता है जैसे- कम रक्तचाप-----इस अवस्था में मस्तिष्क में रक्त की आपूर्ति कम होने लगती है।
- माइग्रेन---- इस बीमारी में सर में तेज दर्द होता है और चक्कर आते है।
- रक्त में शक़्करा का कम होना----- मधुमेह की बीमारी के कारण जब उपवास या लम्बे समय तक भोजन न करने से शरीर का ऊर्जा का स्तर गिर जाता है यानि रक्त में ग्लूकोज़ कम होने के कारण ।
- असंतुलित रक्तचाप ---- रक्तचाप का लगातार कम होना या बढ़ना जिसका कारण कोई गंभीर बीमारी हो सकता है ।
- ज्यादा गर्मी के कारण---- इस अवस्था में गर्मी के कारण ज्यादा पसीना आने के कारण शरीर में पानी ,मिनरल्स और विटमिन की कमी हो जाती है।
- लम्बी बीमारी ----- लम्बी बीमारी के कारण शरीर में पोषक तत्वों की कमी हो जाने से शरीर में कमजोरी आ जाती है।
- अत्यधिक चिंता या शोक की अवस्था में ---- कभी कभी जीवन में ऐसा भी समय आता है कि हमें अचानक किसी बड़ी समस्या का सामना करना पड़ता है या कोई बड़ा नुकसान या हानि हो जाती है.
- ज्यादा थकान ---- जरुरत से ज्यादा अचानक शारीरिक श्रम या व्यायाम करने के कारण थकान हो जाती है। ऐसी अवस्था में शरीर की ऊर्जा यानि ग्लूकोज़ कम हो जाता है।
- मिर्गी का दौरा ---- इस प्रकार के दौरे में अचानक शरीर में ऐठन आ जाती है इस अवस्था में एक साथ शरीर की काफी ऊर्जा ख़तम हो जाती है।
- लम्बे उपवास के कारण ------ इस अवस्था में लम्बे उपवास के कारण शरीर में पोषक तत्वों की कमी हो जाती है जो शरीर की कमजोरी का कारण है।
- शरीर में खून की कमी ---- शरीर में खून की कमी को एनीमिया भी कहा जाता है।शरीर में खून की कमी के कारण शरीर के सभी अंगों में पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन नहीं पहुँच पाती है जिसके कारण शरीर में पोषक तत्वों का अवशोषण सही प्रकार से नहीं होता है और शरीर में कमजोरी रहती है।
- गैस बनना ----- कभी कभी अपचन के कारण शरीर में गैस बन जाती है जो सिर पर चढ़ने लगती है।
- तेज बुखार के कारण ----- तेज बुखार आने के कारण शरीर में पानी और मिनरल्स की कमी हो जाती है।
क्या करे जब ज्यादा चक्कर आये ?
- ज्यादातर चक्कर तभी आते है जब व्यक्ति चलता या घूमता है। यदि सर घूमता हुआ लगे तो तुरंत बैठ या लेट जाना चाहिए।
- अपने सर को पैरों के पास करने की कोशिश करनी चाहिए इससे सर की तरफ रक्त संचार बढ़ेगा।
- तुरंत ऊर्जा देने वाला तरल पदार्थ जैसे नींबू की शिकंजी , नारियल पानी ,ग्लूकोज , फलों का रस आदि का सेवन करना चाहिए क्योकि अधिकतर चक्कर कम रक्तचाप के कारण आते है।
- मधुमेह में जब रक्त में शकर्रा कम हो जाती है तो चक्कर आते है इस अवस्था में खाने में ऐसी चीजे लेनी चाहिए जिसमे चीनी और कार्बोहायड्रेट ज्यादा हो।
- चक्कर आने की अवस्था में गहरी गहरी साँस लेनी चाहिए इससे शरीर में ऑक्सीजन ज्यादा जायेगी और मन शांत अवस्था में आएगा और आराम मिलेगा।
- कभी कभी चक्कर आने का कारण तेज रौशनी और चमक हो सकता है। रोगी को शांत और अँधेरे कमरे में लेटने या बैठने से आराम मिलता है।
- यदि चक्कर बार बार आते है तो व्यक्ति को गर्दन और सर घुमाने के व्यायाम करने चाहिए। क्योकि चक्कर आने का कारण गलत पोस्चर में काम करना यानि ज्यादा सर झुका कर कंप्यूटर ,लेपटॉप या मोबइल पर काम करना होता है। बहुत देर तक सर झुका कर रखने से चक्कर आते है।
- सर की चोट लगने के बाद यदि चक्कर आते है तो न्यूरोलॉजिस्ट से सलाह लेनी चाहिए।
- यदि चक्कर आने की समस्या ज्यादा हो तो डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
चक्कर आने के कुछ घरेलू उपचार
- घी में भुनी मुन्नका का सेवन दिन में तीन बार करने से आराम मिलता है।
- तुलसी के रस में काली मिर्च मिलाकर सुबह शाम सेवन करे।
- तुलसी रस , अदरक का रस और शहद मिलाकर सुबह शाम लेने से बहुत जल्दी आराम आता है।
- चीनी और सूखा धनिया मिलाकर पाउडर बना ले फिर दो चम्मच सुबह शाम ले।
- गर्म पानी में नीबू का रस मिलाकर दिन में तीन चार बार ले।
- छोटी इलाइची को गुड़ के साथ काढ़ा मिलाकर सुबह शाम लेने से तकलीफ में आराम मिलता है।
- जिन लोगों को खून की कमी है उनको गाजर और चकुंदर का रस नियमित लेना चाहिए।
- यदि उपवास रखा है तो शरीर में पानी और मिनरल्स की कमी न होने दे इसके लिए थोड़ी थोड़े अंतराल पर पानी , नीबू की शिकंजी , नारियल पानी , फलों का रस आदि लेते रहे।
- डायबिटीज के रोगी को लम्बे समय तक भूखा रहने से बचना चाहिए। इन लोगों को हमेशा अपनी जेब में चीनी की पुड़िया या मीठी टॉफी या चॉकलेट रखनी चाहिए।
- अदरक चक्कर रोकने के लिए सबसे अच्छी होती है।अदरक मस्तिष्क में रक्त प्रवाह को बढ़ता है। जब भी चक्कर आए , मुँह में अदरक के छोटे छोटे टुकड़े चूसे। अदरक की चाय का सेवन करे।
- नियमित नीबू , आंवला , शहद का सेवन करने से शरीर में रोगों से लड़ने के प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती हैं तथा शरीर को आवश्यक विटामिन और मिनरल्स मिलते है जो शरीर को स्वस्थ बनाने के लिए जरुरी होते है।
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