अकसर लोग कोरोना वायरस से जुडी इन बातों को जानने की कोशिश करते है।
कोरोना वायरस का अबतक कोई भी एंटीबायोटिक नहीं बना है इस लिए इस वायरस को ख़तम करने और इसका उपचार करने में बड़ी परेशानियाँ आ रही है। इस वायरस को लेकर लोगों डर बैठ गया है। इस वायरस को लेकर लोग भी तरह तरह की गलत बातें भी फैला रहे है। आप की जानकारी के लिए बता दे ये वायरस भी आम वायरस की तरह ही है पर फर्क इतना है कि दूसरे वायरस के एंटीबायोटिक दवाएँ बन गयी है परन्तु दुर्भाग्य से अभी तक कोरोना वायरस कि एंटीबायोटिक दवा नहीं बनी है। हमारे वैज्ञानिक दिन रात इस वायरस प्रतिरोधक दवा बनाने की कोशिश कर रहे है और उम्मीद है जल्द ही उन्हें सफलता मिलेगी। कोरोना वायरस को लेकर लोगो के मन में कुछ सवाल आते है आइये जाने कौन से वो सवाल है और उनके उतर क्या है।
लोग अक्सर एक दूसरे या डॉक्टर से सवाल पूछते है कि
हमें कौन सा टेस्ट करना चाहिए ?
कोरोना वायरस से ग्रस्त है की नहीं इसके जानने के लिए पॉलिमर चेन रिएक्शन (पी सी आर ) टेस्ट करवाया जा सकता है। यदि रोग की पुष्टि होती है तो सैंपल को पुणे में नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ़ वायरोलाजी में भेजा जाता है। एम्स दिल्ली , केजीएमसी नागपुर से पीसीआर टेस्ट होता है।
क्या हर किसी को मास्क पहनना जरुरी है ?
डॉक्टर के अनुसार मास्क केवल उन लोगो के लिए ज्यादा जरुरी है जिन को खांसी , जुकाम , या बुखार आदि है। यदि लोग अपनी सुरक्षा ज्यादा चाहते है तो वो मास्क पहन सकते है। कोरोना वायरस पर साधारण मास्क बेअसर होते है इसलिए कई परतों वाले मॉस्क का प्रयोग करे। डॉक्टर के अनुसार एन 95 मास्क ही सबसे सुरक्षित मास्क है। मास्क पहने के बाद बार बार चेहरा छूना गलत है इसे संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। डॉक्टर के अनुसार मास्क पहनने से ज्यादा बार बार हाथ धोने से संक्रमण का खतरा नहीं रहता है।
एंटीबायोटिक कितनी कारगर है ?
डॉक्टरों के अनुसार एंटीबायोटिक वायरस पर असर नहीं करती है। एंटीबॉयोटिक दवा केवल बैक्टीरिया के संक्रमण पर रोक लगाते है। कोरोना एक वायरस है इसलिए इसपर एंटीबायोटिक का असर नहीं है।
क्या हवा से भी वायरस फैल रहा है ?
विश्व संगठन के अनुसार कोरोना वायरस हवा से नहीं फैलता बल्कि खांसने ,छींकने से ,साँस लेने और छोड़ने से फैल रहा है। इसलिए हमें उन लोगों से दूर रहना चाहिए जिनको खांसी , जुकाम ,या बुखार है।
क्या हाथ मिलाने से भी फैलता है ये वायरस ?
जी हाँ कोरोना वायरस हाथ मिलाने से भी फैलता है। यदि संक्रमित व्यक्ति से हाथ मिला लिया जाये तो ये दूसरे के शरीर पर भी अपना घर कर लेंगे।
किन लोगों को कोरोना वायरस से खतरा है ?
विश्व संगठन के अनुसार बच्चों और बुजुर्गो को खतरा जयादा होता है क्योकि इनलोग में रोग से लड़ने के क्षमता कम होती है। साथ ही इलाज करने वाले डॉक्टर और नर्स भी इस वायरस की चपेट में आ सकती है।
क्या हैंड सैनिटाइज़र सुरक्षित है ?
सैनिटाइज़र में अल्कोहल की मात्रा 60 % तक होनी चाहिए। इनका इस्तेमाल किया जा सकता है ये सुरक्षित तो होते है पर ज्यादा समय के लिए नहीं इसलिए हमें कोशिश करनी चाहिए के साबुन से ही हाथ धोए। ये ज्यादा सुरक्षित रहता है।
पालतू जानवरों से फैलता है कोरोना वायरस ?
डॉक्टर के अनुसार अभी तक ये किसी भी शोध में नहीं आया है की कोरोना वायरस पालतू जानवर से फैलता है। पालतू जानवरों को साफ सुथरा रखे , उन को भी कीटाणुनाशक दवा से साफ करे और दिन में दो बार उनपर कीटाणुनाशक ड्राई पाउडर जो की खास जानवरों पर इस्तेमाल के लिए होता है का छिड़काव करना चाहिए। उनकी बैठने के जगह को साफ रखना चाहिए।
क्या आयर्वेदिक दवा ,होम्योपैथिक दवा से उपचार संभव है ?
डॉक्टर्स के अनुसार आयुर्वेदिक दवा अन्य प्रकार की दवा से शरीर में इम्यून सिस्टम को थोड़ा स्ट्रांग बनाने का काम करती है परन्तु यदि रोग के लक्षण दिख रहे है तो बिना देरी के डॉक्टर से मिले।
क्या बाजार का खाना सुरक्षित है ?
हमें ये नहीं पता होता है की बाज़ार का खाना कैसे पका है ,उसमे डालने वाली सामग्री साफ़ है की नहीं। साथ ही हमें ये भी नहीं मालुम होता है की खाना बनाने वाला व्यक्ति स्वस्थ है। यदि खाना बनाने वाले व्यक्ति कोरोना वायरस से संक्रमित है तो निश्चय ही ये वायरस आगे फैल सकते है।
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