लिपिड प्रोफाइल टेस्ट की जरूरत क्यों पड़ती है क्या आप को पता है ?
लिपिड प्रोफइल टेस्ट क्या है ? लिपिड एक तरह का वसायुक्त पदार्थ है जो हमारे शरीर में कोलेस्ट्रॉल के रूप में होता है। आसान भाषा में कहा जाये तो ये टेस्ट हमारे शरीर में अच्छे एचडीएल और बुरे एलडीएल कोलेस्ट्रॉल का लेवल जांचना होता है। लिपिड प्रोफइल टेस्ट में पांच तरह के टेस्ट होते है जिसे शरीर में टोटल कोलेस्ट्रॉल ,हाई डेन्सिटी लेप्रोप्रोटीन(HDL) ,लो डेन्सिटी लेप्रोप्रोटीन(LDL) वैरी लो डेन्सिटी लेप्रोप्रोटीन (VLDL), ट्राईगिल्सराइड की जाँच होती है। 
लिपिड प्रोफइल टेस्ट कब करवाना चाहिए ? ------ लिपिड प्रोफइल टेस्ट करवाने के लिए आज की जीवन शैली को देख कर ये नहीं कहा जा सकता है की किस उम्र में करवाना चाहिए। फिर भी 35 साल की आयु के बाद साल में एक बार इस टेस्ट को करवाना चाहिए।
क्यों आवश्यकता होती है लिपिड प्रोफइल टेस्ट की ? ----- यदि आपके परिवार में किसी को दिल की बीमारी या हाई कोलेस्ट्रॉल से पीड़ित हो।

जिनके शरीर का वजन ज्यादा हो।
जो लोग ज्यादा शराब या धूर्मपान करते है।
जिन लोगों का गलत लाइफस्टाइल या गलत खानपान हो।
जो व्यक्ति डाइबिटीज से पीड़ित हो
जिनको किडनी की बीमारी हो
वो स्त्रियाँ जिनका मेनोपॉज हुआ हो।
जिन लोगों का उच्च रक्तचाप रहता हो।
वो स्त्रियाँ जो पोलिसिस्टिक ओवेरी सिंडोरम से पीड़ित हो।
इन स्वास्थ्य परेशानियों में शरीर में कोलेस्ट्रॉल बढ़ने का खतरा काफी बढ़ सकता है इसलिए लिपिड प्रोफाइल के जांच करवाने से शरीर में कोलेस्ट्रॉल का स्तर का पता चलता है यदि कोलेस्ट्रॉल ज्यादा हो तो दवाओं और अच्छी स्वस्थ जीवनशैली और सही खानपान से बढ़ते कोलेस्ट्रॉल को कम किया जा सकता है ताकि ह्रदय रोगों के खतरे से बचा जा सके।

लिपिड प्रोफइल टेस्ट कैसे करवाना चाहिए ?--- लिपिड प्रोफइल टेस्ट खाली पेट करवाना चाहिए। इस टेस्ट को करवाने के लिए 9 से 12 घंटे तक कुछ खाना या पीना चाहिए। सबसे अच्छा है की रात 8 बजे तक खाना का कर सो जाये और सुबह 8 बजे तक इस टेस्ट करवाने के लिए ब्लड सेम्पल दे।
क्या स्तर होना चाहिए स्वस्थ व्यक्ति का ? स्वस्थ व्यक्ति का एलडीएल 70 से 130 मिलीग्राम होना चाहिए ये जितना कम होगा शरीर के लिए उतना ही अच्छा है।
एचडीएल 40 से 60 मिलीग्राम ये जितना ज्यादा हो उतना ही अच्छा होता है।
कुल कोलेस्ट्रॉल 200 मिलीग्राम ये जितना कम हो उतना अच्छा माना जाता है।
ट्राईगिल्सराइड 10 से 150 मिलीग्राम ये जितना कम हो उतना ही अच्छा है।








मुँह का सुखना --- मुँह का सुखना इस बात का संकेत है कि आपके शरीर में पानी की कमी है और आपको पानी पीना है। कभी कभी हम अन्य तरल पदार्थ ले लेते है लेकिन पानी नहीं पीते जिसके कारण हमारा मुँह सूखा सूखा सा रहता है। यदि कभी ऐसा आपके साथ हो, तो आप पानी पिए। 
जोड़ों में दर्द होना ----- हमारे शरीर के जोड़ 80 प्रतिशत पानी से बने हुए है यदि पर्याप्त मात्रा में पानी नहीं पिया जाये तो आपको जोड़ो के दर्द की समस्या हो सकती है। जोड़ों में यदि दर्द रहता है तो प्रचुर मात्रा में पानी पीना शुरू कर दे। 
* दस ग्राम साबुत धनिया एक लीटर पानी में इतना उबले की पानी आधा रह जाये। ठंडा होने के बाद दिन में दो बार पिये।
* एक गिलास पानी में एक चमच्च मेथी दाना पाउडर खाली पेट ले इससे एक महीने में आप का बढ़ता कोलेस्ट्रॉल नियंत्रण में आ जायेगा।
* सूखे मेवा जैसे बादाम , मूंगफली , पिस्ता , अखरोट बहुत उपयोगी है कोलेस्टॉल को कम करने के लिए खास तौर पर अखरोट का सेवन बहुत असरकारक होता है इससे जल्दी कोलेस्ट्रॉल कम होता है। 





